मनुष्य जिस समाज में रहता
है, उस की पूरी जानकारी चाहता है। उस
उत्सुकता का परिणाम है-" समाचार-पत्र "।
केवल नगर में ही नही, बल्कि
गाँव में भी समाचार-पत्रों की माँग बढ रही है।
वर्तमान युग में देश की
क्षेत्रीय भाषओं में अनेक प्रकार के समाचार-पत्र प्रकाशित होने लगे है।
समाचार-पत्र पाठको की ज्ञान
वृद्धि के साथ रोजमरा की जिन्दगी के कई विषयों की सूचना देता है।
समाचार-पत्रों के प्रभाव से
मनुष्य के सोचने-विचारने और अनुभव करने की दिशा बदल जाती है।
देश के निर्माण में
समाचार-पत्रों का योगदान अनुपम है।
समाचार-पत्र अपनी शक्ति एवं
दायित्व समझकर अपने आदर्श पर चले तो निश्चय ही देश का भविष्य उनके होथों में
सुरक्षित रह सकेगा।
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