भारत देश में त्योहारों की कोई कमी नही है। साल के बाहर महिनों में लगभग दस महिनों में त्योहार
का माहोल बना रहता है।।
प्यार और एकता का प्रतीक, वादा निबाने का संकल्प, ध्यान रखने
का, कभी न भूलने का, साथ
देने का, और सुरक्षा का वचन देते हुए भाई, बहन अपनी प्यार जताते हुए भाई
की हाथों में राखी बाँधती है। इस त्योहार
का नाम है रक्षा-बन्धन। यह श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस साल यह 26 आगस्त रविवार के दिन आता है, यानि
कल ।
इस त्योहार के लिए स्कूल, कलाशाला, दफतरों में
छुट्टी दी जाती है। बहने अपनी भैया या भाई
के कलाई पे राखी बाँध के अपनी रक्षा का वचन लेती है।
तिलक लगा कर, आरती उतार कर है, मूहँ मठा कर के, राखी
बाँधती है और राखी बाँध ने केलिए तोफा भी लेती है। बहन, भाई, दूर-दूर होने पर भी,
प्यार का एहसास जुडा रखता है। अपनी भाई से
खूद की सुरक्षा के अलाव – बहन अपनी भाई से,
1.
हर एक को मुसीबत
से बचाने का
2.
किसी को बूरी
नजर से न देखने का
3.
सम्मान और
मर्यादा के साथ पेश आने का
4.
गलत काम न करने
का और
5.
दूसरों के बहनों
के साथ अच्छे व्यवहार करने का
भी वादा लेती
है।
भाई, बहन का
प्यार और राखी पर आधारित ये दो फिल्मी गानें सुनिए।
· मेरे भैया, मेरे चन्दा मेरे अन्मोल
· बहनो ने भाई की कलायि पे।
सभी को रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनाएँ।
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